श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र | Shree Swami Samarth Tarak Mantra
नि:शंक हो रे मना, निर्भय हो रे मना ।प्रचंड स्वामी बळ पाठीशी नित्य आहे रे मना ।।अतर्क्य अवधूत हे स्मरण गामी ।अशक्य ही शक्य करतील […]
नि:शंक हो रे मना, निर्भय हो रे मना ।प्रचंड स्वामी बळ पाठीशी नित्य आहे रे मना ।।अतर्क्य अवधूत हे स्मरण गामी ।अशक्य ही शक्य करतील […]
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥१॥ नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि ।सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥२॥ सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयंकरि ।सर्वदुःखहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥३॥ सिद्धिबुद्धिप्रदे […]
शिव उवाच शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ।येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः भवेत् ॥१॥ न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।न सूक्तं नापि ध्यानं च न न्यासो न […]
श्रीगणेशाय नम: ॥ जयजयाजी पंचवदना ।दावी तव सुताच्या आनना ।पाहताच पुरती मनकामना।भवबंधना तोडीतसे ॥१॥ अंगी चर्चित सिंदुर ।जो का कृपेचा सागर ।भक्तजनांचे माहेर।जो का साचार […]
ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गम् निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् ।जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गम् तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥ देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गम् कामदहम् करुणाकरलिङ्गम् ।रावणदर्पविनाशनलिङ्गम् तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥२॥ सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गम् बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् ।सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गम् तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥३॥ कनकमहामणिभूषितलिङ्गम् फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम् ।दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गम् […]
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थलेगलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् ।डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयंचकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥१॥ जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी_विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि ।धगद्धगद्धगज्जलल्ललाटपट्टपावकेकिशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ॥२॥ धराधरेन्द्रनन्दिनीविलासबन्धुबन्धुरस्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे ।कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदिक्वचिद्दिगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥३॥ जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभाकदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे ।मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरेमनो विनोदमद्भुतं […]
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनायभस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।नित्याय शुद्धाय दिगम्बरायतस्मै नकाराय नमः शिवाय ॥१॥ मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चितायनन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय ।मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजितायतस्मै मकाराय नमः शिवाय ॥२॥ शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्दसूर्यायदक्षाध्वरनाशकाय ।श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजायतस्मै शिकाराय नमः शिवाय ॥३॥ वशिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमूनीन्द्रदेवार्चितशेखराय […]
श्रीगणेशाय नमः ।। सांब उवाच ।। आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर ।दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते ।।१।। सप्ताश्वरथमारूढं प्रचण्डं कश्यपात्मजम् ।श्वेतपद्मधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् […]
जयाच्या रथा एकची चक्र पाहीं ।नसे भूमि आकाश आधार कांहीं ।।असे सारथी पांगुळा ज्या रथासी ।नमस्कार त्या सूर्यनारायणासी ||१|| करी पद्म माथां किरीटी झळाळी ।प्रभा […]
Copyright © 2024 | WordPress Theme by MH Themes